महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं

 

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं खराब लाइफस्टाइल और खानपान में लापरवाही के कारण लोगों में दिल से संबंधित बीमारियां काफी बढ़ गई हैं। पुरूष हो चाहे महिलाएं हर किसी में हार्ट से जुड़ी बीमारियों के लक्षण देखे जा रहे हैं और यही छोटे-छोटे लक्षण किसी भी समय हार्ट अटैक को ट्रिगर कर सकते हैं। आपको बता दें कि पुरूषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा काफी ज़्यादा रहता है, इसलिए महिलाओं को अपनी लाइफस्टाइल और सेहत का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं रिसर्च के अनुसार हार्ट अटैक आने से पहले छाती में दर्द महसूस होता है, लेकिन इसके अलावा महिलाओं में ठंडा पसीना निकलना, पेट में दर्द और आराम के बावजूद थकान आदि जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। अगर ये लक्षण महिलाओं में दिखते हैं तो किसी भी स्थिति में नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। आपको बता दें कि इन दिनों महिलाओं में हार्ट अटैक के केस काफी ज़्यादा बढ़ गए हैं, हार्ट अटैक की स्थिति आने से पहले महिलाओं में और भी कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं जो नीचे बताए गए हैं-

1.पीठ, गर्दन, जबड़े और बांहों में दर्द

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं अस्त-व्यस्त जीवनशैली की वजह से महिलाओं में हार्ट अटैक की समस्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। हार्ट अटैक की स्थिति आने से पहले सीने में दर्द, बाएं हाथ में दर्द और पीठ आदि में अकड़न महसूस होती है। इसके अलावा गर्दन और जबड़े में भी दर्द हो सकता है। ये दर्द कभी-कभार होने के साथ-साथ लगातार भी बने रह सकते हैं। अगर आपको ये सभी लक्षण महसूस हो रहे हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।

2. सांस लेने में तकलीफ

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं हार्ट अटैक के दौरान सबसे पहले सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होती है। ज्यादातर लोग सांस लेने में तकलीफ और सीने में होने वाले दर्द से ही हार्ट अकैट का अंदाज़ा लगाते हैं। एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स का कहना है कि हार्ट अटैक से पहले व्यक्ति को ऐसा महसूस होता है जैसे वो किसी लंबी रेस से आया है जिसके बाद वो खड़े होने में भी असहाय महसूस करता है।

3.पसीना आना

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं हार्ट अटैक के दौरान महिलाओं को ठंडा पसीना भी आता है। जब हार्ट अटैक की स्थिति बनती है तो सांस लेने में भी दिक्कतें आती हैं, इस दौरान सांस लेने में जोड़ डालने पर पीड़ित व्यक्ति को ठंडा पसीना आने लगता है। अगर आपको भी बिना मेहनत के ही ठंडा पसीना आने लगे तो समझ जाएं की हार्ट अटैक की स्थिति बन रही है ऐसे में जल्द से जल्द डॉक्टर से सपंर्क करें।

4.पेट से जुड़ी बीमारी

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं जिस व्यक्ति में हार्ट से जुड़ी बीमारियां पैदा होने लगती हैं उनमें पेट की दिक्कतें भी काफी शुरू हो जाती हैं। आमतौर पर इसकी शुरूआत फूड पॉइजनिंग, फ्लू या फिर सीने में जलन से होती है। इसके अलावा पेट में दर्द और दबाव महससूस होना भी हार्ट अटैक के ही लक्षण हैं।

5.थकान महसूस होना

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं वैसे तो थकान होना आम है, अक्सर लोग ऑफिस से आते-जाते समय भी काफी थकान महसूस करते हैं, इसके अलावा कई बार शरीर में कमज़ोरी होने पर भी व्यक्ति को थकान महसूस होती है। लेकिन अगर आप काफी देर तक आराम करने के बावजूद भी खुद को अधिक थका हुआ महसूस करते हैं तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।

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महिलाओं में हार्ट अटैक के कारण

हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। बात अगर इसके पीछे के कारणों की करें तो महिलाएं हार्ट अटैक का शिकार कई कारणों से होती हैं जैसे-

  1. महिलाओं में 55 वर्ष के बाद हार्ट अटैक की संभावनाएं कफी बढ़ जाती हैं।
  2. अस्थ-व्यस्थ जीवनशैली के कारण आजकल लोग खानपान पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं और आय दिन जंक फूड खाना, या अधिक मसालेदार भोजन करते हैं जिससे दिल के दौरे का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।
  3. हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे कारण भी महिलाएं हार्ट अटैक का शिकार हो जाती हैं।

हार्ट अटैक से जुड़ी ज़रूरी जानकारी

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरूषों से अलग होते हैं सबसे पहले तो आपको ये बता दें कि जब कोई महिला हार्ट अटैक का शिकार होती है तो उसमें पाए जाने वाले लक्षण पुरुषों से बिल्कुल अलग दिखाई देते हैं। लेकिन सीने में दर्द एक ऐसा लक्षण है जो महिला और पुरूष दोनों में एक समान होते हैं। एक रिसर्च के अनुसार पाया गया है कि एक युवा उम्र की महिलाओं का हार्ट हेल्दी लाइफस्टाइल 2009 की तुलना में 2019 में बहुत नीचे गिरा है जो काफी चिंताजनक विषय है। इसके अलावा जिन महिलाओं में हाइपरटेंशन की शिकायत होती है उनमें भी हार्ट अटैक की आशंका काफी हद तक बढ़ जाती है। इसलिए हार्ट से संबंधित जानकारी एकत्रित करना हरेक व्यक्ति के लिए ज़रूरी है, साथ ही हमें वो सभी चीज़ें करनी चाहिए जो हमारे हार्ट यानि दिल को स्वस्थ रख सके।

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